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अप्रचलित-रूपक-प्रणेता वत्सराज की लोकप्रियता राजकवि वत्सराज, 1165-1250 ई. के रूपकों में काव्य-तत्त्व तथा नाटय-तत्त्व एवं उनामें विकिर्ण तत्कालीन इतिहास 1st Edition

साहित्यिक समझ, विवेक तथा प्रितिबद्धता

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रूपक अलंकार विमर्श विश्लेषण

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रामसजन पाण्डेय

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भामह और वामन के काव्य-सिद्धान्त

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वैदिक चिन्तन के कतिपय आयाम

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धातुपाठों में अर्थनिर्देश

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भारतीय विचारधारा में दिक् और काल की अवधारणा = Concept of Time & Space in Indian Thought वैदिक, औपनिषदिक, पौराणिक, दार्शनिक तथा वैज्ञानिक 1st Edition,8185504342,9788185504346

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रसिक रामायण काव्य

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संस्कृत साहित्य में सरस्वती की कतिपय झांकियाँ

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